Class 10th Social Science 20 February Subjective Question Answer Bihar Board
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित कक्षा दसवीं फाइनल बोर्ड परीक्षा 2025 इस लेख में हम आप सभी को बताने वाले हैं सामाजिक विज्ञान का वैसा प्रश्न जो सीधे आपका परीक्षा में पूछे जाएंगे आप लोग इस लेखक को पूरा अंत तक पढ़े और अपने दोस्तों तक शेयर जरूर करें क्योंकि इसमें वैसा प्रश्न है जो सीधा आपको बोर्ड परीक्षा में टकराने वाला है और इस लेख में हम आपको लघु उत्तरीय औद्योगिक उत्तरीय प्रश्न बताएं हैं जो परीक्षा में हर साल पूछे जाते हैं ।
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Class 10th Social science
प्रश्न 1. बिहार में जूट उद्योग पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर- बिहार में जूट उत्पादन के तीन कारखाने थे। ये कटिहार, दरभंगा तथा पूर्णिया में थे। लेकिन अब यह केवल कटिहार में सिमट कर रह गया है। जूट उत्पादन का कच्चा माल सन या सनई होता है, जो पूर्णिया जिले में बहुतायत से उपजता है जूट उद्योग के मार खा जाने का पहला कारण तो यह हुआ कि यह उद्योग विशेषतः बंगलादेश में चला गया और दूसरा कारण है प्लास्टिक का आविष्कार ।
प्रश्न 2. गंगा किनारे स्थित महत्त्वपूर्ण औद्योगिक केन्द्रों का उल्लेख कीजिए ।
उत्तर– गंगा किनारे अवस्थित महत्त्वपूर्ण औद्योगिक केन्द्र बरौनी, मुंगेर, बाढ़, मोकामा आदि में हैं। बरौनी में रासायनिक खाद, ताप बिजली तथा तेल सफाई का काम होता है। मुंगेर में सिगरेट तथा बंदूक के कारखाने हैं। बाढ़ में दाल मिलें हैं। मोकामा में जूता का कारखाना है। गंगा किनारे और भी छोटे-मोटे कारखाने चलते हैं। भागलपुर का तसर उद्योग नामी है। बक्सर या इसके निकट चौसा में चावल कूटने का मिल है।
प्रश्न 3. औद्योगिक विकास हेतु बिआडा के पहल को बताएँ ।
उत्तर– बिआडा, जिसका पूरा नाम बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार (Bihar Industrial Area Development Authority = BIARDA) है, के द्वारा औद्योगिक विकास के लिए साहसिक कदम उठाया गया है। इसके द्वारा 2006-07 में 172.45 करोड़ निवेश वाली 15 इकाइयों को जमीन दी गई। जबकि 2009-2010 में 4,218.62 करोड़ रुपये निवेशवाली 627 नई इकाईयों को जमीन दी गई है। पहले जहाँ काफी समय लगता था, अब आनन-फानन में सब काम हो जाता है। अब देखना है कि उद्योगपति क्या चमत्कार दिखाते हैं।
प्रश्न 4. नई औद्योगिक नीति के मुख्य बिन्दुओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर– नई औद्योगिक नीति 2006 के आने के बाद तथा आज की राज्य सरकार द्वारा नए निवेशों को प्रोत्साहन हेतु उठाए गए कदमों के बाद औद्योगिक क्षेत्र का काफी उत्साह बढ़ा है। राज्य में निवेश के कुल 245 प्रस्ताव आए हैं, जिनमें 57.84 हजार करोड़ रुपए का निवेश के लिए प्रस्ताव किया गया है। राज्य निवेश प्रोत्साहन बोर्ड (SIPB) इनमें 115 प्रस्तावों को मंजूरी दे भी चुका है। इस प्रकार बिहार राज्य उद्योगों को बढ़ावा देने की ओर अग्रसर है।
प्रश्न 5. जमालपुर में किस चीज का वर्कशॉप है, और क्यों प्रसिद्ध है?
उत्तर– जमालपुर में रेलवे का वर्कशाप है। यह अपेक्षाकृत बहुत बड़ा है। यहाँ डीजल इंजन का काम होता है। इसके अलावे भी जमालपुर इसलिए प्रसिद्ध है कि एशिया का यह सबसे बड़ा रेलवे वर्कशॉप 1875 में स्थापित हुआ था, जिसमें दस हजार श्रमिक कार्यरत थे। यह न केवल भारत में बल्कि एशिया का पहला वर्कशॉप था। यहाँ रेलगाड़ी सम्बंधित अनेक मरम्मती के काम होते थे।
प्रश्न 6. राजगीर के औद्योगिक विकास पर अपना विचार प्रकट कीजिए।
उत्तर– राजगीर में यदि कोई उद्योग विकास पा सकता है तो वह उद्योग पर्यटन उद्योग है। यहाँ भगवान बुद्ध और महावीर से सम्बद्ध अनेक स्मारक दर्शनीय हैं। गृद्धकूट पर्वत पर बुद्ध को एक भव्य मूर्ति है, जहाँ जाने के लिए विद्युतचालित रज्जू मार्ग की व्यवस्था है। वेणुनवन के पास ‘वीरायतन’ नामक संस्था ने महावीर के अनेक वस्तुओं को संजोकर रखा है। यहाँ गर्म जल का एक प्रसिद्ध कुंड है, जहाँ जाड़े में पर्यटकों की जमघट रहती हे। निकट में ही नालंदा है जो कभी विश्वविद्यालय के लिए विश्व में प्रसिद्ध था। इन सब कारणों से राजगीर में पर्यटन उद्योग के विकास की काफी सम्भावना है।
प्रश्न 7. मुंगेर में कौन-कौन से उद्योग विकसित हैं? वर्णन कीजिए।
उत्तर– मुंगेर में जो भी उद्योग हैं, वे सब अंग्रेजों के जमाने में ही स्थापित किये गये थे। सिगरेट का कारखाना बहुत प्रसिद्ध है जो इम्पेरियल टोबैको कम्पनी ऑफ इण्डिया द्वारा संचालित है। अंग्रेजों के जमाने में ही यहाँ बन्दूक का कारखाना खुला था, जहाँ से देश भर में बन्दूकें भेजी जाती थीं। लेकिन आज की स्थिति यह है कि यह कारखाना अवनति की ओर अग्रसर है। सिगरेट कांरखाने की स्थिति भी कोई अधिक उत्साहवर्द्धक नही है। कारण है श्रमिकों का असहयोग तथा श्रमिक नेताओं की विफलता।
प्रश्न 8. उत्तरी बिहार की अपेक्षा दक्षिणी विहार में सड़कों का विकास अधिक हुआ है, क्यों?
उत्तर– दक्षिण बिहार में सड़कों पर विशेष ध्यान अशोक के समय से ही दिया जाता रहा है। अशोक द्वारा बनवाया गया ग्रैण्ड ट्रंक रोड, जिसकी मरम्मती शेरशाह ने करवाई थी, एक बहुत ही प्रसिद्ध सड़क है। सड़क तो उत्तर बिहार में भी हैं, किन्तु प्रति वर्ष बाढ़ आते रहने के कारण इनकी स्थिति अच्छी नहीं रहती। इसके विपरीत उत्तर बिहार में बाढ़ कम आती है या आती ही नहीं और जमीन पथरीली है। इस कारण सड़कें टिकाऊ होती है। सड़कों का विकास उत्तर और दक्षिण दोनों ओर बराबर हुआ है, लेकिन दक्षिण बिहार की सड़कें टिकाऊ और स्थायी होती हैं।
प्रश्न 9. बिहार में नदियों का परिवहन क्षेत्र में क्या योगदान है?
उत्तर– बिहार में नदियों का परिहवन के क्षेत्र में प्राचीनकाल से ही योगदान रहा है। इसका प्रमाण इससे मिलता है कि बिहार के सभी बड़े औद्योगिक शहर गंगा तट पर ही अवस्थित हैं। पटना एक ऐसा स्थान है, जहें अनेक नदियों का संगम है। उत्तर से घाघरा तथा गंडक और दक्षिण से पुनपुन तथा सोन नदियों का मिलन स्थल पटना ही है। इस कारण सर्वत्र के व्यापारी अपनी वस्तुओं के साथ यहाँ आते थे और खरीद-बिक्री करते थे। अब परिहवन में नदियों का महत्त्व कम हो चला है, लेकिन गंगा आज भी अपने परिवहन के महत्त्व को बनाए हुए है। कोलकाता से इलाहाबाद तक जहाज चलने लगे है।
प्रश्न 10. विहार के प्रमुख हवाई अड्डों के नाम लिखिए और यह भी लिखिये कि वे कहाँ स्थित हैं?
उत्तर– बिहार की कमजोर अर्थव्यवस्था के कारण यहाँ वायु मार्ग का उपयोग बहुत ही कम किया जाता है। हालांकि क्षेत्रफल और जनसंख्या के हिसाब से हवाई अड्डों की संख्या कुछ कम नहीं है। यहाँ सात हवाई अड्डे है, जिनमें दो अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व के है। पटना में जयप्रकाश हवाई अड्डा तथा बोध गया- ये दोनों अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व के हवाई अड्डे है। इनके अलावे मुजफ्फरपुर, जोगबनी, रक्सौल, भागलपुर, बिहटा में भी हवाई अड्डे अवस्थित है। ये अड्डे सभी स्थानीय महत्त्व के है।
प्रश्न 11. बिहार के जल मार्ग पर अपना विचार प्रस्तुत करें ।
उत्तर– चूंकि बिहार को समुद्र से कोई सम्पर्क नहीं है। फिर भी नदियों में बड़ी-बड़ी नावें चलाकर व्यापारिक वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थन तक पहुँचाये जाते रहे हैं। अब चूँकि नदियों में अवसाद जमा हो जाने के कारण बहुत ही कम नावों का संचालन हो रहा है। ग्रीष्म ऋतु में जल की कमी के कारण लगभग नावों का संचालन बन्द हो जाता है। स्थानीय तौर पर आर-पार जाने के लिए नावों का संचालन सालों भर होते रहता है। अब गंगा तथा अन्य कई नदियों पर पुल बन चुके हैं और बहुत बन रहे हैं, अतः अब इसकी उपयोगिता भी समाप्त होती जा रही है।
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